4 Feb 2016

कैसे handle करें examination stress को ? 8 Ways

Don’t worry, Be happy.
Exam के दिन शुरू  होने  वाले  हैं , ऐसे  में students का  tense  होना  स्वाभाविक  है . मेरी  समझ  से  Tense होना  हमेशा  बुरा  नही  होता , यदि  tension आपको  कुछ  अच्छा  करने  के  लिए  push करे  तो  वो  ठीक  है . अगर  अपने  school days को  याद  करूँ  और  उसमे  से  exams और  class  tests को  हटा  दूँ  तो  शायद  जितनी  पढाई  की  उसकी  25% ही  की  होती . Exams हमें  पढने  के  लिए  force करते  हैं , और  पढने  से  हमें  knowledge मिलती  है , knowledge हमें  confidence देता  है , जो किसी भी काम को करने के लिए जरूरी है …तो  in a way अगर  exams नहीं  होते  तो  आज  मैं  जो  कर  पा  रहा  हूँ  वो  नहीं  कर  पाता .
Exams हमें  दबाव  में  काम  करना  सीखाते  हैं , हमें  strong बनाते  हैं , वे  हमें  adverse situations handle करना  सीखाते  हैं , वे  हमें  selective होना  सिखाते  हैं , टाइम मैनेज करना सिखाते हैं, वे  हमें  stretch करना  सीखते  हैं , और  ये  सभी  चीजें  life में  successful होने  के  लिए  कहीं  न  कहीं  चाहिए  होती  हैं .
Friends , exams  के समय थोडा  stress होना  , थोडा pressurize होना लाज़मी है , पर यदि हम एक्साम्स को एक अलग mind-set  के साथ handle  करें तो हमें फायदा होगा. और आज इस article  में मैं आपसे ऐसी ही 8  बातें शेयर कर रहा हूँ , तो आइये जानते हैं इन्हें:
 1)      Exams अच्छे  हैं :
भले  ही  आज  आपको  ये  बुरे  लगें , लेकिन  यकीन  जानिये  ये  आपको  इंतना  कुछ  सिखा    जाते  हैं  की  आपकी  बाकी  की  life को  comparatively आसान  बना  देते  हैं . May be आप  exams को  एक  कड़वी दवा  के  रूप  में  देख  सकते  हैं , जिसे  आप  पीना  तो  नहीं  चाहते  पर  इसे  पीये  बिना  आपकी  बीमारी  भी  नहीं  जा सकती  .  खुद  से  बार -बार  कहिये , मन  में  दोहराइए ….exams अच्छे हैं …exams अच्छे हैं…चाहे तो लिखकर दीवार पर चिपका भी लीजिये.. फरक  दिखेगा .

2)      तैयारी  का  अलग  ही  मजा  है :
Exams की  तैयारी  कुछ  ख़ास  होती  है  और  board exams हों  तो  बात  ही  कुछ  और  है .  वो  घंटों  किताबों  में  उलझे  रहना , alarm लगा  कर  सुबह  उठाना , TV serials, cricket matches की  कुर्बानी  देना …joint study के  लिए  बैठना  और  कुछ  भी  ना  पढना :) . Light जाने  पर  lamp जल  कर  पढना  ,and what not. ये  ऐसे  पल  होते  हैं  जो  routine से  बिलकुल  अलग  होते  हैं , और  इनका  अपना  ही  मजा  होता  है . इन  पल  को  burden के  रूप  में  ना  देखें , बल्कि  enjoy  करें .
3)      आपको  अपना  best effort देना है ; बस !
Be realistic, अगर  आप  पहले  के  exams या  test में  average रहे  हैं  और  पूरे  साल  आपने  कुछ  extra efforts नहीं डाले  हैं  तो  सिर्फ  exams के  वक़्त  पढ़कर  चमत्कार  की  अपेक्षा  न   करें .  क्या  हुआ भूल  जाएं  , बस  ये  देखें  की  अब  आपके  पास  कितना  समय  बचा  है  और  उसमे  अपने  बेस्ट  effort देने  की  कोशिश  करें . ये  सोचना  बेकार   है कि आपके  class के  और  बच्चे  क्या – क्या  पढ़  चुके  होंगे , कितना  revise कर  चुके  होंगे , आपको  किसी  और  को  देखने  की  ज़रुरत  नहीं  है …किसी comparison की  ज़रुरत  नहीं  है …और  फायदा  भी  क्या  है  ऐसा  करने  से  , कुछ   सालों  बाद  उसमे  से  10% से  भी  कम  आपके  touch में  होंगे . …तो  दिखाना  किसे  है  ? बस  खुद  को  ! इसलिए   कुछ  ऐसा  न  करिए  कि  बाद  में  अफ़सोस  हो ….”काश  मैंने  पढाई  की  होती !!” and all.
अपना  best effort दीजिये  और  ऐसा  करते  हुए  आप  fail भी  हो  जाते  हैं  तो  कोई  बात  नहीं . लेकिन  बिना  effort किये  ही  हार  मान  लेते  हैं  तो  इससे  बुरी  भी  कोई  बात  नहीं . Just put in your best effort, बाकि  सब  भगवान्  पर  छोड़  दीजिये .
4)      Time is “Marks”:
Time एक limited resource है , इसे  waste करना  बेवकूफी  है . Exams के  समय  तो  ये  पाप  है .ये  समय  है  time को  manage करने  का  , smartly manage करने  का . ये  नहीं  की  बस  कोई  भी  subject उठाया  और  पढना  शुरू  कर  दिया . इसे  एक  strategy के  साथ  approach करिए , और  ये  strategy आपकी  अपनी  बनाई हुई  होगी ….unique होगी . ऐसे  plan out करिए  की  हर  subject पूरी  तरह  से  cover हो  जाये …ये  न  हो कि एक  subject को  5 दिन  दिए  और  एक  को  आधे  दिन  में  ही  निपटा  दिया .  इत्मीनान  से  बैठिये , गहरी  साँसे  लीजिये ,….ये  सोचिये  की  आपको  कौन  से  subject को  कितना  time देना  है . Date wise time-table create करिए , कोई  difficult subject है तो उसके  साथ  easy subjects पढने  का  भी  plan करिए . Sample papers या पिछले साल के पेपर्स solve करने  के  लिए  जरूर  वक़्त  निकालिए .  दोस्तों, time सिर्फ  money ही  नहीं  है  marks भी  है …so better don’t waste it.
5)      आपके  parents आपके  marks से  कहीं  अधिक  आपको  प्यार  करते  हैं :
पढने  के  लिए  किसे  डांट  नहीं  पड़ती !! Of course, उन  पढ़ाकू  लगों को छोड़ दीजिये जो किताब लेकर ही पैदा हुए हैं. पर  आपके -मेरे  जैसे  भोले -भाले  लोगों  को  पढने  के  लिए  डांट  पड़ना  तो  आम सी  बात  है . हमारे  parents इस  बात  को  लेकर  बहुत  चिंतित  होते  हैं  कि  हम  इस  cut throat completion के  युग  में  ठीक  से  settle हो  पाएं .  एक  अच्छी  नौकरी और  exams में  मिले  अच्छे  numbers का  जो  गहरा  नाता  है  वो उन्हें  चिंतित  कर  देता  है  कि  अगर  उनका  बच्चा  अच्छे  numbers नहीं  ला  पाया  तो  उसके  future का  क्या  होगा . और  यही  चिंता  उन्हें  आपको  डांटने …और  कभी  कभी  मारने  के  लिए  मजबूर  करती  है . Specially , middle class families में  जहाँ  अच्छा  future= अच्छे numbers माना  जाता  है  ये  और  भी  अधिक  देखने को मिलता है .
पर  आप  आज  की generation  के  हैं  , आप  smart हैं ; अपने  parents की सोच को समझिये , वो  आपको  बहुत  प्यार  करते  हैं …इतना  की  आपको  इस  cruel-world में  परेशान  होते  नहीं  देख  सकते  इसलिए  वो  आपको  पढने  को  कहते  हैं , उनका  सम्मान  करिए  ये  बात  गाँठ  बांध  लीजिये  कि  वो  भले  आपको  marks लाने  के  लिए  डांटे -फटकारें  but at the end of the day आप  उनकी  जान  हैं , किसी  भी  सूरत  में  वो  marks से  कहीं  अधिक  आपको  प्यार  करते  हैं !
6)      World is full of opportunities:
Only अच्छा future= अच्छा  marks is past. Present बिलकुल  अलग  है  , बिलकुल  fresh है . ये  कुछ -कुछ  3 Idiots की  story जैसा  है  ….जो  पुराना  है  उसे  बस  दो  चीजें  पता  हैं , लड़की  हुई  तो  Doctor , लड़का  हुआ  तो  Engineer, लेकिन  जो  नया  है  वो  तो  कुछ  भी  कर  सकता  है ….wild life photographer भी  बन  सकता  है .  जिस  दुनिया  में  हम  जी  रहे  हैं  वो  10-15 साल  पहले  की  दुनिया  से  बहुत  अलग  है ….India में  भी आज  career बनाने  के  ढेरों  options हैं . And luckily उनका  marks से  कोई direct relation नहीं  है . Liberalization की  wave ने   कई  viable career options  ओपन  कर  दिए  हैं   आज  आप  interior decorator,  fashion designer,  chef, actor, singer, sportsman,  blogger, choreographer, entrepreneur,  networker, और  ना  जाने  क्या – क्या  बन  सकते  हैं .
मैं  यहाँ  कुछ  super achievers के नाम  share कर  रहा  हूँ   जो  पढाई  लिखी  के  लहजे  से  काफी सामान्य थे:
  • Sunil Bharti Mittal – Bachelor of Arts and Science (Ludhiyana) – Founder of Airtel.
  • Kunwar Sachdev  –  BSc (Hons) Delhi – Founder of Sukam Inverter
  • Sanjeev Kapoor- Diploma in Hotel Mangement-  Celibrity Chef
  • Vishwanathan Anand – BCom ,Chennai   – Chess Grand Master
  • Sushant Singh Rajput –Btech Drop out—Actor of Kai Po Che and Pavitr रिश्ता
  • Priyanka Chopra— Not completed Graduation— Miss World, Actress
It means एक सामान्य स्टूडेंट हो कर भी आप लाइफ कुछ बड़ा हांसिल कर सकते हैं.
7)      जो होता  है  अच्छा  होता  है :
और  ज्यादातर  cases में  ये  बहुत  बाद  में  पता  चलता  है  कि  जो  हुआ  अच्छा  हुआ . आप  भी  exam में  paper खराब हो  जाने , या  even fail हो  जाने  पर  खुद  को  ज़रुरत से अधिक मत  कोसिये , कई  बार  success  की  शुरात  failure के  साथ  होती  है . इस  बात  में  हमेशा  यकीन  करिए  कि  आपके साथ  जो  best हो  सकता  है  वही  हो  रहा  है  और  अगर  कुछ  बुरा  हुआ  है  तो  वो  भी  आगे  चल  कर  आपकी  life से  कुछ  ऐसे  connect हो  जायेगा  जो  उसे  अच्छा साबित  कर  देगा .  For e.g Late Steve Jobs को  उन्ही  की  बनायीं company Apple से  निकाल  दिया  गया , पर  उन्होंने  बाद  में  खुद  अपनी  famous speech में  कहा  है  कि  इससे  अच्छा  उनकी  life में  कुछ  हो  ही  नहीं  सकता  था .
आगे  बढ़ते  हुए  इन  चीजों  को पूरी  तरह से  नहीं  समझा  जा सकता  पर  जब  बाद  में  हम   पीछे  मुड़  कर देखते  हैं  तो  events को  correlate कर  पाते  हैं  और  तब  समझ  में  आता  है  कि  जो  हुआ  अच्छा  हुआ .इसलिए  expected results ना  आने  पर  भी  दिल  छोटा  मत  कीजिये . क्या  पता  सालों  बाद  आप  भी  किसी  स्पीच में कहें  कि  इससे  अच्छा   आपके  साथ  कुछ  हो  ही  नहीं  सकता  था .
8)     Don’t worry कि “लोग क्या कहेंगे!!” :
To make it simple suppose करते  हैं  दुनिया  में  तीन  तरह  के  लोग  होते  हैं :
 A)       जो हमें सफल होते देखना  चाहते  हैं  : हमारे  parents,  family members, a few relatives and friends. Basically ऐसे लोग जिनसे हम emotionally बहुत  अधिक  attached होते  हैं .
B)      जो  हमें  असफल  होते  देखना  चाहते  हैं : वो  ऐसा  क्यों  चाहते  हैं ; I don’t know; इस  group में  कोई  भी  हो  सकता  है , कोई  fake friend, relative, पड़ोसी या कोई और.
C)       जिनको  हमसे  कोई  मतलब  नहीं  है :  Amitabh Bachchan, Sachin Tendulkar,   :)  etc
जहाँ तक Exam और  उसके  results की बात है तो  सबसे  पहले  C type के  लोगों  को  भूल  जाइये ; क्योंकि  वो  भी  आपको  याद  नहीं  करते . Now, results को  लेकर  आपको  A type के लोगों  की  चिंता  नहीं  करनी  चाहिए , ये  आपकी  life के  pillars हैं , हर  परिस्थिति  में  आपके  साथ  खड़े  रहने  वाले , हाँ  ये  जरूर  हो  सकता  है  कि  ये  ऊपर से  ऐसा  न  दिखाएं  पर  इतना निश्चित है कि  इनसे  बड़ा  आपकी  life में  कोई  support हो  ही  नहीं  सकता .
A  ओर C  हो गए ; बचे  B type वाले , आप खुद  सोचिये  जो  लोग  आपको  असफल  होते  देखना  चाहते हैं  आपको  उन्हें  कितनी  importance देनी  चाहिए ….ज़रा  भी  नहीं . वो  जैसा  feel करते  हैं  करें , मेरे  fail होने  पर  खुश  होते  हों  तो  हों …मेरे  पास  होने  पर  रोते  हों  तो  रोएं , मुझे  तो  उनपर  ध्यान  ही  नहीं  देना  है . क्योंकि  उनपर  ध्यान  देना  मतलब  अपनी  life में  negativity को  attract करना   , इसलिए  just  leave them. अगर  आप  इस  group को  खुश  करें  की  कोशिश  करेंगे  तो  कभी  नहीं  कर पाएंगे ….
जब  आप  fail होंगे  तो  ये  कहेंगे ..”fail  हो  गया ….”
जब  आप  पास  होंगे  तो  ये  कहेंगे , “ तो क्या  हुआ  first division तो नहीं  ला पाया ना “
जब  आप  first division ले  आयेंगे  तो  ये  कहेंगे , “ जरूर  cheating किया  होगा ”
इनको  खुश  करने  वाले  हमेशा  दुखी  ही  रहते  हैं …और  कुछ  तो  suicide करने  जैसे  बेवकूफी भरे काम  को   भी  अंजाम  दे  देते  हैं …..ऐसे लोगों पर  दया  से  अधिक  गुस्सा  आता  है ….भला  कोई  अपने  पड़ोसी  की  नज़रों से  बचने  के  लिए  ये अपनी  माँ से हमेशा-हमेशा के लिए कैसे मुंह फेर सकता  है !!
Friends, आप academic exams में top कर पाएं या नहीं लेकिन ज़िन्दगी के इम्तहान में आप निश्चित रूप से top कर सकते हैं . इसलिए , जहाँ तक आने वाली परीक्षा की बात है अपने best efforts से आप जो marks  ला पा रहे हैं लाइए , exams life का एक छोटा सा पार्ट हैं , इनका अपना मजा है , इसे enjoy करिए और आगे बढ़ते जाइये .
All the best ! :)
——————————
निवेदन : यदि  यह  लेख  , ” How to handle examination pressure/ stress in Hindi ?” आपके लिए लाभप्रद रहा हो तो कृपया  कृपया  comment के  माध्यम  से  मुझे बताएं.और इसे अपने  friends  के साथ ज़रूर share करें .
यदि आपके पास English या Hindi में कोई  article,  inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: bhaveshabvp@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!

कैसे पायें पढ़ाई में सफ़लता ? 20 Tips

बोर्ड की परीक्षाओं का परिणाम आते ही जहाँ सामान्यतः चारों तरफ़ विद्यार्थियों में ख़ुशी की लहर दौड़ जाती है, वहीं   न्यूज़ पेपर्स और टीवी चैनल्स पर कुछ दुखद समाचार भी सामने आते हैं, जहाँ विद्यार्थी अच्छे नंबर ना आने और मानसिक दबाव के कारण आत्महत्या तक कर बैठते हैं | यह एक बहुत ही गंभीर विषय है क्योंकि विद्यार्थी आत्महत्या के मामलों में हम प्रथम स्थान पर हैं |
दोस्तों, कहा जाता है कि “अभ्यास में जितना अधिक पसीना बहाओगे, युद्ध में उतना ही खून कम बहेगा” |
वैसे आज के प्रतियोगिता भरे युग में, पढ़ाई करना और अच्छे नम्बरों से पास होना किसी लड़ाई से कम नहीं रह गया है | बात तो बहुत सीधी सी है कि अगर आपको ये लड़ाई जीतनी है तो इसके लिए पहले से रणनीति बनाने और उसके अनुरूप तैयारी करने की आवश्यकता है |
आमतौर पर सही मार्गदर्शन के अभाव में विद्यार्थी ठीक ढ़ंग से तैयारी नहीं कर पाते और परीक्षा का समय नजदीक आते ही उनमें चिंता और घबराहट बढ़ने लगती है | किसी भी परीक्षा की तैयारी करने और सफल होने के कुछ सूत्र यहाँ दिए गए हैं |
सफ़लता के सूत्र
1. काम को टालने की आदत छोड़े
मित्रों, यदि आप वास्तव में सफल होना चाहतें हैं तो आपको कार्यों को टालने की आदत का त्याग करना होगा | जो कार्य ज़रूरी है , उसे सही समय पर करें | आपने सुना होगा कि “काल करे सो आज कर , आज करे सो अब , पल में परलय होएगी ,बहुरि करेगा कब” | जिसका मतलब है कि हमें कल के काम को आज और आज के काम को अभी कर लेना चाहिए |
लेकिन आज के युवाओं ने एक नए दोहे को जन्म दे दिया है | उनका कहना है कि “आज करे सो काल कर , काल करे सो परसों, इतनी जल्दी क्यों करे , अभी पड़े हैं बरसों” | दोस्तों पर सच्चाई क्या है , ये हम सभी जानते है | इसलिए हमें काम को टालना नहीं चाहिए बल्कि सभी जरूरी काम समय पर करने चाहियें |
2. अध्ययन के लिए उपयुक्त स्थान का चयन करें
पढ़ाई करने के लिए एक उपयुक्त एवं शांत जगह का चुनाव करना बहुत ज़रूरी है | पढ़ाई का स्थान ऐसा होना चाहिए जहाँ पर पूरी एकाग्रता और शांत मन से बैठकर पढ़ा जा सके | यदि घर छोटा हो या घर में ऐसा कोई उपयुक्त स्थान ना हो तो घर के बाहर किसी शांत जगह , किसी दोस्त के घर या किसी पुस्तकालय (Library) में जाकर पढ़ना ज्यादा अच्छा होगा |
3. पढ़ाई के लिए समय सारणी बनाएं
जो भी विद्यार्थी सफल होना चाहता है उसके लिए आवश्यक है कि वह पढ़ाई के लिए निर्धारित किये गए समय की एक समय सारणी (Time Table) बनाएं | उस समय सारणी में हर विषय के लिए एक निश्चित समय आवंटित करें | एक सही समय सारणी बनाने पर ही आप हर विषय पर सही ध्यान दे पायेंगे | दोस्तों , केवल समय सारणी बना लेना ही पर्याप्त नहीं है , उसका पालन करना भी ज़रूरी है |
4. खेल कूद एवं मनोरंजन के लिए समय दें
एक विद्यार्थी के सर्वांगिक विकास (Comprehensive Development ) के लिए ज़रूरी है कि उसे पढ़ाई के साथ साथ खेल कूद और अपने मनोरंजन के लिए भी समय देना चाहिए | खेल कूद से शारीरिक विकास होता है |
घर के अन्दर भी आप बुद्धिवर्धक खेलों ( Memory Improvement Games ) का आनंद ले सकते हैं |
5. बड़े कार्यों को छोटे छोटे भागों में बाँटें
कोई भी बड़ा कार्य जब हम करने लगते हैं तो शुरुआत में बहुत कठिन और असंभव लगता है | लेकिन जब हम उसे छोटे छोटे टुकड़ों में बाँट देते हैं और तो वही काम आसान हो जाता है | इसी प्रकार पढ़ाई में भी बड़े Chapter या Formula को छोटे भागों में बाँट कर आसान बनाया जा सकता है | इससे पढ़ना आसान और रुचिकर हो जाता है |
6. अपने ऊर्जा स्तर को जानें
दिन में अलग अलग समय पर हर व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक उर्ज़ा का स्तर अलग हो सकता है | उदाहरण के तौर पर कुछ लोग सुबह के समय ज्यादा Fresh और Energetic महसूस करते हैं तो कुछ लोग शाम को या फिर रात के समय | कुछ लोगों को सुबह उठ कर पढ़ा हुआ ज्यादा याद रहता है तो कुछ को देर रात को पढ़ा हुआ | तो जिस समय आप अपने को ज्यादा Fresh और उर्ज़ावान महसूस करते हैं, वह समय आप अपनी पढ़ाई के लिए रखें |
7. पढ़ाई के बीच अल्प विश्राम लें
पढ़ाई करते समय आपका दिमाग थक जाता है | जब भी आप थकान महसूस करें तो एक अल्प विश्राम (Short Break) ज़रूर लें | आमतौर पर पढ़ाई करते समय 30 से 40 मिनट के बाद आपको थोड़ा आराम करना चाहिए |
8. मुख्य बिन्दुओं को Highlight करें
जब भी आप पढ़ाई करने बैठें, तो अपने साथ एक Highlighter Pen हमेशा रखें | अगर आपको कोई महत्वपूर्ण नाम, तिथि, स्थान या वाक्य दिखाई देता है तो तुरंत उसे Highlight कर लीजिये | इस तरह से Revision करते समय आपको काफ़ी मदद मिलेगी |
9. अपना लक्ष्य निर्धारित करें
जीवन में अपनी पढ़ाई के लक्ष्य निर्धारित कीजिये | आप कौन सा Chapter या किताब कितने दिनों में ख़त्म करना चाहते हैं, कौन से Subjects पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है अथवा अपने मनपसंद कॉलेज में जाने के लिए कितने प्रतिशत अंकों की ज़रूरत होगी | इस प्रकार अपनी पढ़ाई के लक्ष्यों तो तय करना बहुत ज़रूरी है | अगर आप हर हफ्ते, महीने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए पढ़ाई करेंगे तो साल के अंत में बिना घबराहट के सही ढंग से परीक्षा की तैयारी कर पायेंगे |
10. सभी ज्ञानेन्द्रियों (Senses) को सम्मिलित करें
अपनी पाँचों ज्ञानेन्द्रियों (कान, नाक, आँख, जीभ और त्वचा) का यथासंभव प्रयोग अपनी पढ़ाई में करें | किताब में छपे पिक्चर और चार्ट्स आदि को ध्यान से देखें | यदि संभव हो तो लैब में Practical करें या विषय से सम्बंधित मॉडल को छू कर देखें | आजकल किताबों के साथ CD भी आती है | इन CDs से भी विषय को समझने में काफ़ी मदद मिलती है |
11. बुद्धिवर्धक तकनीकों का प्रयोग करें
यदि आप बुद्धिवर्धक तकनीकों (Memory Improvement Techniques) के बारे में जानते हैं या आपने इन्हें कहीं से सीखा है, तो इनका प्रयोग अपनी पढ़ाई में ज़रूर करिये | ये Techniques बहुत ही वैज्ञानिक और रिजल्ट ओरिएंटेड होती हैं |
12. संतुलित भोजन करें
एक पुरानी कहावत है “जैसा अन्न , वैसा मन”, जिसका अर्थ है कि व्यक्ति जैसा अन्न खाता है वैसा ही उसका मन और शरीर बनता है | यह बहुत ज़रूरी है कि आप संतुलित भोजन लें | कोल्ड ड्रिंक्स और पिज़्ज़ा व बर्गर जैसे जंक फ़ूड से बचें | भोजन का सही तरीका है कि आप सुबह का नाश्ता भारी , दोपहर का भोजन उससे हल्का और रात का भोजन उससे भी हल्का लें | यदि संभव हो तो रात के भोजन में केवल सलाद (Salad) और द्रव्य पदार्थ (Liquids) ही लें |
13. शरीर को स्वस्थ रखें
क्योंकि एक स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ मन निवास करता है, इसलिए सुबह के समय सैर पर जायें और अपने सामर्थ्य के अनुसार व्यायाम(Exercise) करें | जितना स्वस्थ आपका शरीर होगा, उतने ही आप एक्टिव और आत्मविश्वास से भरे रहेंगे |
14. प्रश्नों का उत्तर खोजें
यदि आपके मन में कोई प्रश्न है या किसी प्रश्न का उत्तर आपको समझ नहीं आता तो निसंकोच अपने अध्यापक से सहायता मांगें | हो सकता है कि ज्यादा या बार बार प्रश्न पूछने के लिए आपके अध्यापक आपको डांट दें, पर विश्वास कीजिये कि जो विद्यार्थी वास्तव में सीखने की इच्छा रखता है उसे सभी टीचर्स पसंद करते हैं और उसकी मदद के लिए सदा तैयार रहते हैं |
15. सभी संसाधनों का प्रयोग करें
पढ़ाई के लिए उपलब्ध सभी संसाधनों (Resources) का भरपूर प्रयोग करें | किताबों को ध्यान से पढ़ें, पुस्तकालय (Library) में जायें, अपने अध्यापकों और अभिभावकों से सहायता लें, दोस्तों और बड़े भाई-बहन से मदद मांगें, इन्टरनेट और टेलीविज़न आदि सभी उपलब्ध संसाधनों का सकारात्मक प्रयोग अपनी पढ़ाई के लिए करें |
16. ब्लेंक कार्ड्स (Blank Cards) का प्रयोग करें
पढ़ते समय किसी विशेष बात या किसी उत्तर के मुख्य बिन्दुओं (Main Points) को लिखने के लिए आप छोटे छोटे साइज़ के ब्लेंक कार्ड्स या पर्चियों का प्रयोग कर सकते है | ये कार्ड्स आपको revision करते समय काफ़ी मददगार साबित होंगे | परंतु सावधान, इसका अर्थ यह नहीं निकाला जाना चाहिए की आप इन्हें परीक्षा के समय नकल (Cheat Notes) के रूप में प्रयोग करें |
17. स्वयं को प्रोत्साहित करें
परीक्षा भवन में जाने से पूर्व स्वयं को प्रोत्साहित (Motivate) करें | जीवन की उन घटनाओं को याद करें, जब आप सफल हुए थे | अपने आप को विश्वास दिलाएं कि आप पहले भी कठिन परिस्थितियों एवं परीक्षाओं में सफल हो चुके हैं | इस परीक्षा में भी आप ज़रूर अच्छे अंकों के साथ सफल होंगे | इस प्रकार के सकारात्मक विचारों से आपका मनोबल बढ़ेगा और आप परीक्षा में अधिक बेहतर प्रदर्शन कर पायेंगे |
18. प्रश्नपत्र को ध्यान पूर्वक पढ़ें
जब भी आप कोई परीक्षा देते हैं तो उत्तर लिखना शुरू करने से पहले, प्रश्नपत्र को कम से कम दो बार ध्यानपूर्वक पढ़ लें | यह सुनिश्चित कर लें कि प्रश्न क्या है और उसका सही उत्तर क्या होगा | कई बार घबराहट में हम प्रश्न समझ ही नहीं पाते और गलत उत्तर लिख देते हैं |
19. अधिक मात्रा में जल लें
विज्ञान इस बात को प्रमाणित कर चुका है कि शरीर में जल का स्तर जितना अधिक रहता है, उतना ही हमारा मस्तिष्क अधिक कुशलता के साथ कार्य करता है | इस लिए अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिये | पढ़ाई करते समय अपने पास पानी की एक बोतल रखनी चाहिए | अगर संभव हो तो परीक्षा केंद्र (Examination Centre) में भी अपने साथ एक पानी की बोतल ले कर जायें और समय-समय पर पानी पीते रहें |
20. शांत हो जायें
परीक्षा में यदि उत्तर याद करने में कठिनाई हो तो घबराने कि आवश्यकता नहीं है | घबराहट से स्थिति और अधिक  बिगड़ सकती है | आँखें बंद करके कुछ पल के लिए चुपचाप बैठ जायें और गहरी सांस लें | इससे आपके मन को शांत करने में सहायता मिलेगी | फिर धीरे-धीरे उत्तर याद करने की कोशिश करें | जो भी मुख्य बिंदु (Main Point) याद आये उसे कागज़ पर लिख लें |
ऊपर दिए गए सभी टिप्स की एक संक्षिप्त और आकर्षक Ebook आप हमारी वेबसाइट www.praveenacademy.com/downloads..htm से Free Download कर सकते हैं | यह हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में उपलब्ध है |
आज के इस प्रतिस्पर्धा से भरे युग में हर व्यक्ति प्रथम स्थान पर आना चाहता है | हर व्यक्ति सफल होना चाहता है | सफ़लता की परिभाषा हर किसी के लिए अलग – अलग हो सकती है और होनी भी चाहिए | जब भी हम छोटी – छोटी सफलताएं अर्जित करते हैं तो हमारा आत्मविश्वास बढ़ता चला जाता है , परन्तु जब हमें किसी हार का सामना करना पड़ता है तो हम हतोत्साहित हो जाते हैं | हमें यह समझने की आवश्यकता है कि जीवन एक ई.सी.जी. ग्राफ की तरह है | जब तक ई.सी.जी. ग्राफ ऊपर नीचे जाता रहता है , तब तक हमारा ह्रदय काम करता रहता है परन्तु जब एक सीधी रेखा दिखाई देने लगती है तो हृदय काम करना बंद कर देता है और जीवन का अंत हो जाता है |
उसी प्रकार यदि जीवन में उतार- चढ़ाव न हों तो जीवन रसहीन हो जाता है | इसलिए जीवन में असफलताओं का होना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना की सफलताओं का | असफलताओं से लड़ते हुए जब आदमी सफ़लता प्राप्त करता है, तभी वह उसका पूर्ण आनंद ले सकता है |
जीवन में सफ़लता प्राप्त करने की लिए यह अति आवश्यक है कि हम अपने मन को असफलता के डर से ग्रसित न होने दें | क्योंकि जिस व्यक्ति की मन में यह भय बैठ जाता है की वह जीवन में कुछ नहीं कर पाएगा, तो फिर उसके लिए सफल होना कठिन हो जाता है | इसलिए यह बहुत ज़रूरी है कि हम इस तरह की मानसिकता का त्याग आज और अभी कर दें |
आपके उज्जवल भविष्य के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ |
Praveen K Singhप्रवीण कुमार सिंह
माईंड ट्रेनर एंड लाइफ कोच
अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट www.praveenacademy.com  पर जायें या हमें mail@praveenacademy.com पर ईमेल करें.
————————————
We are grateful to Praveen Ji for sharing this valuable Hindi article on how to succeed in studies. We wish him a great success in all his endeavors.
यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: Bhaveshabvp@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!