15 Apr 2014

कैसे बचे गर्मी से.?




आया  मौसम  गर्मी ,लू का…… 
दोस्तों ,मई का महीना आ गया है और सूरज अपनी प्रखर किरणों की तीव्रता से संसार के जलियांश (स्नेह )को सुखा कर वायु में रूखापन और ताप बढ़ा कर मनुष्यों के शरीर के ताप की भी वृद्धि कर रहा है!
गर्मी में होने वाले आम रोग – गर्मी में लापरवाही के कारण सरीर में निर्जलीकरण (dehydration),लू लगना, चक्कर आना ,घबराहट होना ,नकसीर आना, उलटी-दस्त, sun-burn,घमोरिया जैसी कई diseases हो जाती हैं.
इन बीमारियों के होने में प्रमुख कारण-
  • गर्मी के मोसम में खुले शरीर ,नंगे सर ,नंगे पाँव धुप में चलना ,
  • तेज गर्मी में घर  से खाली पेट या प्यासा बाहर जाना,
  • कूलर या AC से निकल कर तुरंत धुप में जाना ,
  • बाहर धुप से आकर तुरंत ठंडा पानी पीना ,सीधे कूलर या AC में बेठना
  •  तेज मिर्च-मसाले,बहुत गर्म खाना ,चाय ,शराब इत्यादि का सेवन ज्यादा करना ,
  • सूती और ढीले कपड़ो की जगह सिंथेटिक और कसे हुए कपडे पहनना इत्यादि कारण गर्मी से होने वाले रोगों को पैदा कर सकते है



हम कुछ छोटी-छोटी किन्तु महत्त्वपूर्ण बातो का ध्यान रख कर ,इन सबसे बचे रह कर ,गर्मी का आनंद ले सकते हैं!
उपचार से बचाव  बेहतर होता है,है ना?
तो चलिए हम कुछ वचाव के तरीके जानते हैं -
  • गर्मी में सूरज अपनी प्रखर किरणों से जगत के स्नेह को पीता रहता है,इसलिए गर्मी में मधुर(मीठा) ,शीतल(ठंडा) ,द्रव (liquid)तथा इस्निग्धा  खान-पान हितकर होता है
  • दिन में कम से कम 5-7 लीटर पानी जरुर पिए.
  • गर्मी में जब भी घर  से निकले ,कुछ खा कर और पानी पी कर ही निकले ,खाली पेट नहीं.
  • गर्मी में ज्यादा भारी (garish),बासा भोजन नहीं करे,क्योंकि गर्मी में सरीर की जठराग्नि मंद रहती है ,इसलिए वह भारी खाना पूरी तरह पचा नहीं पाती और जरुरत से ज्यादा खाने या भारी खाना खाने से उलटी-दस्त की शिकायत हो सकती है
  • गर्मी में सूती और हलके रंग के कपडे पहनने चाहिये
  • चेहरा और सर रुमाल या साफी से ढक कर निकलना चाहिये
  • प्याज का सेवन तथा जेब में प्याज रखना चाहिये
  • बाजारू ठंडी चीजे नहीं बल्कि घर की बनी ठंडी चीजो का सेवन करना चाहिये
  • ठंडा मतलब आम(केरी) का पना,  खस,चन्दन गुलाब फालसा संतरा  का सरबत ,ठंडाई सत्तू, दही की लस्सी,मट्ठा,गुलकंद का सेवन करना चाहिये
  • इनके अलावा लोकी ,ककड़ी ,खीरा, तोरे,पालक,पुदीना ,नीबू ,तरबूज आदि का सेवन अधिक करना चाहिये
  • अगर आप योग के जानकार हैं ,तो सीत्कारी ,शीतली तथा चन्द्र भेदन प्राणायाम  एवं शवासन का अभ्यास कीजिये ये शारीर में शीतलता का संचार करते हैं


तो दोस्तों इन कुछ छोटी छोटी बातो का ध्यान रख कर गर्मी की गर्मी से हम स्वयं को बचा सकते हैं!
डॉ. नीरज यादव ,एम.डी. (आयुर्वेद)                                                                                                 आयुर्वेद चिकित्साधिकारी, बारां
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त्वचा की सम्पूर्ण देखभाल



सुंदर त्वचा आपकी पहचान है। त्वचा हमेशा स्वस्थ और सुंदर बनी रहे इसके लिए जरूरी है सही देखभाल स्किन केयर रुटीन में क्लींजिंग, टोनिंग और मॉयस्चरराइजिंग के अलावा अन्य क्या चीजें शामिल करें, इसके लिए यहां दी जा रही हैं ए टू जेड स्किन केयर गाइड 
सुंदर दिखने के लिए सबसे पहली जरूरत है चमकदार व साफ त्वचा। चेहरे को सुंदर बनाने के लिए मेकअप , क्रीम और फेशियल ही काफी नहीं है। इसके लिए स्किन ए टु जेड देखभाल का फंडा जानना जरूरी है।

A एंटीऑक्सीडेंट
यह त्वचा की कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाता है। साथ ही सूर्य की नुकसानदेह अल्ट्रावायलेट किरणों से त्वचा की सुरक्षा करता है। एंटीऑक्सीडेंट से चेहरे पर चमक आती है। एंटीऑक्सीडेंट फल-हरी पत्तेदार सब्जियों में पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं।

B बीटा कैरोटिन
शोधों से साबित हो चुका है कि बीटा कैरोटिन त्वचा के लिए वरदान है। यह त्वचा को सूर्य की किरणों से होने वाले नुकसान से सुरक्षित रखता है। बीटा कैरोटिन प्री मैच्योर एजिंग से बचाता है। गाजर में यह पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है और मौजूद विटमिन ए त्वचा को स्मूद और सवस्थ बनाए रखने में मदद करता है।

C कोलेजन
इससे त्वचा को मजबूती मिलती है। 80 प्रतिशत त्वचा इस प्रोटीन से बनी होती है। यह त्वचा में कसाव लाता है और मजबूती प्रदान करता है। कोलेजन स्वभाविक रुप से समय के साथ टूट जाते हैं पर कुछ तत्व रेटीनॉल और पेप्टाइड्स के रुप में नए कोलेजन बनाते हैं। शरीर में कोलेजन की मात्रा को बढ़ाने के लिए हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए।

D ड्राइनेस
त्वचा के रुखेपन को दूर करने के लिए पानी की कमी ना होने दें। दिन में आठ-दस गिलास पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें। दिन में दो बार बॉडी लोशन क्रीम ले मॉयस्चरराइज करें। इससे त्वचा की नमी बरकरार रहेगी और वह खिली-खिली नजर आएंगी। इसके अलावा चेहरा साफ करने के बाद 1/2 टी स्पून ग्लिसरीन में २-३ बूंद गुलाबजल  मिलाकर चेहरे पर लगाएं। रात को सोने से पहले ऐसा करें।

E एसेंशियल ऑयल
यह त्वचा संबंधी कई समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं मसलन एग्जीमा, रैशेज, जलन और लाली। ऐसेंशियल ऑयल त्वचा को ठंडक, ताजगी और चमक भी प्रदान करते हैं। त्वचा की किस्म और जरूरत के मुताबिक एसेंशियल ऑयल इस्तेमाल करके आप गजब का निखार पा सकती हैं। मसलन रूखी त्वचा के लिए -सैंडलवुड , जैस्मिन और लैवेंडर, तैलीय व संवेदनशील त्वचा के लिए-टी ट्री, लैवेंडर और रोजमेरी। 
F फेशियल
धूल प्रदूषण और धूप का सामना करते-करते त्वचा कुम्हला जाती है। इसलिए आराम देने के लिए नियमित रुप से फेशियल बहुत जरूरी है। फेशियल का मतलब सिर्फ मसाज से ही नहीं होता है। इसमें त्वचा की डीप क्लींजिंग की जाती है। ताकि बंद छिद्र खुल जाएं और त्वचा खुल कर सांस ले सके। इससे त्वचा को पोषण मिलता है और कुदरती चमक आती है।

G ग्लिसरीन
त्वचा की कुदरती नमी बरकरार रखने के लिए ग्लिसरीन का इस्तेमाल करें। खास तौर पर यह रूखी त्वचा के लिए वरदान है। पैक या उबटन में इसका इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है। त्वचा की स्क्रबिंग के लिए ग्लिसरीन में शक्कर मिलाएं। यह संवेदनशील त्वचा के लिए एक बेहतरीन स्क्रब है। जहां यह मृत कोशिकाएं हटाता है वहीं त्वचा को कांतिमय बनाता है।  

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