28 Feb 2014

कैसे बढाएं अपनी dream life की तरफ अपने कदम ?


Move towards your ideal life
May you live all the days of your life.

 कैसे बढाएं अपनी dream life की तरफ अपने कदम ?

दोस्तों अगर मै अपने आस पास देखता हूँ तो मुझे एक्का-दुक्का लोग ही ऐसे दिखते हैं जो अपनी dream life  या ideal life जी रहे हैं. मेरे लिए ये कोई tension की बात नहीं है,पर  जो बात मुझे चिंतित करती है वो ये है कि बहुत कम लोग ही अपनी ideal life के बारे में सोचते हैं , और उससे भी कम उसे पाने का प्रयास करते हैं.
Ideal life से मेरा मतलब है एक ऐसी ज़िन्दगी जो आपके लिहाज़ से सबसे अच्छी हो,आपकी मनचाही हो,जिसे आप सच-मुच enjoy करें.
क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी ideal life कैसी होनी चाहिए ? नहीं, तो अभी से सोचना शुरू कर दीजिए. जिंदगी इतनी लम्बी नहीं है कि आप इस ज़रूरी काम को टाल सकें. और  दूसरी  बात  कि  ये  कोई  ऐसी  चीज  भी  नहीं  है  कि  इसे आज  सोचा  और  कल  पूरी  हो  गयी , इसमें  सालों  लग  सकते  हैं  या  एक  दशक  भी !!! पर  जब  भी  आप  इस  life को  पा  लेंगे  आप  दुनिया  के  सबसे  खुशहाल  लोगों  में  होंगे . इसलिए  आपको  इस  ओर कदम  बढ़ाना  ही  होगा .
अगर मैं अपनी बात करूँ तो फिलहाल मैं भी अपनी ideal life से दूर हूँ, पर इतना ज़रूर है कि मैं ये जानता हूँ कि मेरी ideal life कैसी होगी और मैं तेजी से उसकी तरफ बढ़ रहा हूँ. और शायद अगले दो – तीन सालों में वो reality होगी.
मेरे विचार से यदि आपको जानना है कि आपका आदर्श जीवन कैसा होगा तो आपको कुछ प्रश्नों के उत्तर अपने अंदर ढूँढने होंगे:
  •  आप अपनी ज़िंदगी कहाँ बीताना चाहते हैं?
  • क्या करते हुए बीताना चाहते हैं ?
  • किन लोगों के साथ बीताना चाहते हैं ?
और ये ध्यान रखना होगा कि इन प्रश्नों के उत्तर आपके अंदर की आवाज़ हैं ना  की society को impress करने के लिए कही गयी बातें.
For example: यदि आप एक सादा जीवन जीने में यकीन करते हैं तो आपके आदर्श जीवन में लम्बी लम्बी गाड़ियों और बड़े बड़े बंगलों की महत्ता नहीं है, पर सिर्फ इसलिए कि society इन्ही चीजों से impress होती है, आप इसे अपनी ideal life में include करें ये सही नहीं होगा. आपको सिर्फ खुद को impress करना है और किसी को नहीं.
आपको इन प्रश्नों के उत्तर विस्तार से सोचने होंगे. और यदि आप इस सोच को हकीकत बनते देखना चाहते हैं तो आपको इनमे डूबना होगा. आप चाहें तो इनसे सम्बंधित कोई sketch या  painting भी बना सकते हैं. या अपने दिमाग में एक छोटी सी movie बना सकते हैं ,जिसे आप बार बार अपने  mind में  play कर के देख सकते हैं. मैं अपनी ideal life के बारे में अक्सर अपनी diary में लिखता हूँ. और लगभग हर रोज उस बारे में सोचता हूँ. ऐसा करते वक्त मेरे आँखों के सामने कुछ दृश्य गुजरते हैं , जो मुझे खुशी का एहसास कराते हैं.
जहाँ तक ज़िन्दगी कहाँ और किन लोगों के साथ बीताने का प्रश्न है इनके उत्तर तो आप आसानी से सोच सकते हैं पर Ideal life  के बारे में plan करते हुए जो सबसे बड़ा challenge आपके  सामने  आ  सकता  है  वो  है  रोज़ी  रोटी  का  सवाल . शायद  आपका  काम आपको वहां  नहीं  जाने  देता  जहाँ  आप  रहना  चाहते  हैं ? इसीलिए  एक  ideal life के  बारे  में  सोचने  में  सबसे  ज़रूरी  है  कि  आप  अपने  काम  के  बारे  में  गंभीरता  से  सोचें .
यहाँ मैं काम से सम्बंधित दो rules आपके साथ share करना  चाहता  हूँ, जो आपके लिए helpful हो सकते हैं  :
10,000 Hour Rule:
 जाने  माने  author Malcolm Gladwell , कि  theory के  मुताबिक  आप  जो  कुछ  भी  करते  हैं  उसमे  महारथ  हासिल  करने  के  लिए  आपको  कम  से  कम  उस  काम  को  10,000 घंटे  करना होता है तभी  आप  उसमे  expert बन सकते हैं. इसका मतलब है  कि  यदि आप  रोज़  5 घंटे  किसी  काम  को  करेंगे तो  भी  Expert बनने  में  आपको 5-6 साल लग जायेंगे . इसलिए  patience रखिये , इसमें  time लगेगा.
Expert क्यों बनें ?
ताकि  आप  अपनी  terms and conditions पे  काम  कर  सकें . आप  चाहे  जिस field में  हैं  उसमे  best बनिए . यदि  आप  कोई  subject पढ़ाते  हैं  तो  उसमे  इतना  रम  जाइए  कि  आपकी  जैसी  जानकारी   वाला दूसरा कोई  दूर  दूर  तक  ना  हो . यदि  आप accounts का काम  करते  हैं  तो उसमे महारथ हासिल कर लीजिये ताकि लोग आपको एक consultant के रूप में देखें. Experts की respect होती है , उनका  नाम  होता  है  और  उन्हे  कभी  काम  की  कमी  नहीं  रहती …..चाहे  वो  जहाँ  रहे.
इसका  एक  example आप  अपने  High School- Inter days में  देख  सकते  हैं , ऐसे  कई  teachers होते  हैं  जो  किसी  school में  नहीं  पढ़ाते  पर  उनके  यहाँ  tuition पढने  वालों  की  line लगी  रहती  है …क्योंकि वो  अपने  subject में  expert होते  हैं . और  वो  ये  रुतबा  अपने  हज़ारों  घंटो  की  मेहनत  के  बाद  ही  हासिल  कर  पाते  हैं.
यदि आप currently जो काम करते हैं वो आपके मन का नहीं है तो आप रोज़ अपने मन के काम के लिए कुछ समय निकालिए और धीरे धीरे उसमे expert बनने का प्रयास कीजिये, George Burns की ये बात याद रखिये ,”जिस चीज  को आप चाहते हैं उसमे असफल होना जिस चीज को आप नहीं चाहते उसमे सफल होने से बेहतर है.” इसलिए लगे रहिये देर से ही सही एक दिन आप ज़रूर सफल होंगे. और जब  आप एक  expert बन  जायेंगे  तो  शायद  आप  अपने  dream place या  उसके  आस -पास  जा  कर  भी  अपना  काम  कर सकें . Globalization के  इस  दौर  में ऐसा  पहले  से  कहीं  अधिक  संभव  है . और  Internet के  माध्यम  से  भी  बहुत  से  लोग  अपने मन  का  काम  घर  बैठे  कर पा रहे  हैं .
Be Number 1 or 2 in your work
General Electric को  नयी  ऊँचाइयों  तक  पहुचाने  वाले CEO JACK WELCH की  एक  philosophy थी  कि  आपकी  company जिस  business में  भी  है  उसमे  या  तो  number 1 हो  या  number 2.
इसी  philosophy को  थोडा  mould कर  के  हम  अपनी  life में  भी  use कर  सकते  हैं . आप  जो  भी  काम  करते  हैं  उस  काम  में अपने  area में  number 1 या  number 2 बनिए . Area कैसे  define करना  है  ये  आपके  ऊपर  है  यदि  आप  किसी  छोटे  शहर  में  हैं  तो  पूरा  का  पूरा  शहर  ही  आपका  area हो  सकता है , और यदि आप  Delhi जैसी  बड़ी  जगह  पर  हैं  तो  आप  उसके  किसी इलाके में  #1 या  #2 बनने  का  लक्ष्य  निर्धारित  कर  सकते  हैं .
दोस्तों  आज  आप चाहे जिस  condition में  हों  , चाहे  जो  भी  आपकी  age हो , आप  अपनी  ideal life के  बारे  में  सोच  सकते  हैं  और  उस  तरफ  बढ़ने  के  प्रयास  में  जुट  सकते  हैं . और  यदि  आप  twenty something हैं  तो  फिर  तो  आप  बहुत  ही  अच्छी position में  हैं , अगर  आप  आज  से  ही effort करें  तो  probably 30 तक  पहुँचते  -पहुँचते  आप  अपने  मन  की  ज़िन्दगी  जी  रहे  होंगे . और  यदि  आप  की  age अधिक  भी  हो  तो  भी  ज़िन्दगी  भर  एक  second class life जीने  से  अच्छा  होगा  की  आप  जितनी  जल्दी  हो  सके  अपनी ideal life को reality बना पाएं.
All the best. :)
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27 Feb 2014

महाशिवरात्रि पर्व की बहुत बहुत बधाईया





!!ॐ नमः शिवाय !! ॐ उमामाहेश्वराय नमः !!
आप सभी मित्रों को " महाशिवरात्रि " के पावन पर्व की -
हार्दिक शुभकामनाएं


ये पावनपर्व आपके जीवन में सोमनाथ महादेव की कृपा से-
अनेकानेक सफलताएँ एवं अपार खुशियाँ लेकर आये।
इस पावन पर्व पर "महादेव " से प्रार्थना करते हैं कि वह,
यश, ऐश्वर्य, उन्नति, प्रगति, आदर्श,कीर्ति, विकास
सुख, समृद्धि, वैभव, स्वास्थ्य, प्रसिद्धि एवं अपार
खुशियाँ के साथ, आजीवन आपको जीवन पथ पर गतिमान
बनाये रखे""
"हर हर महादेव"

26 Feb 2014

व्यापार को सफल बनाने के 10 नियम


क्या आप सोच सकते हैं कि अपने बचपन में दूध बेचने वाला , घर-घर अखबार फेंकने  वाला, और होटल में waiter का काम करने वाला अपने जीवन में क्या बन सकता है???……वो लाखों लोगों को नौकरी पर रख सकता है , किसी industry को पूरी तरह से बदल सकता है, वो दुनिया की सबसे बड़ी company बना सकता है…..और खुद बन सकता है America’s Richest Man . मैं बात कर रहा दुनिया की सबसे बड़ी Retail Company  Walmart की  स्थापना करने वाले Sam Walton की. सैम वाल्टन (1918-1992) को modern retail का जनक भी कहा जाता है, इन्ही का business model follow करते हुए आज Big Bazaar, More, Reliance Fresh जैसे stores भारत में भी खुल गए हैं.  वह 1982 से 1988 तक अमेरिका के सबसे अमीर व्यक्ति थे और आज की तारीख में भी वालमार्ट हमेशा Top 10 companies में रहती है और अरबों dollar का  व्यापार करती है.
तो भला आप ही सोचिये अगर इतनी बड़ी उपलब्धियों वाला  व्यक्ति आपको business करने के गुण बताये तो बात में दम तो होगा ही. और आज AKC पर मैं उन्ही के द्वारा बताये गए 10 Rules share कर रहा हूँ:
Sam Walton Walmart in Hindi
Sam Walton : The Retail King

  Business  सफल बनाने के 10 Golden Rules

Rule 1: अपने  व्यवसाय  के  प्रति  समर्पित रहिये :

आपको  अपने  business में  किसी  भी  और  व्यक्ति  से  ज्यादा  यकीन  होना  चाहिए . यदि  इंसान  में  अपने  काम  के  प्रति  passion है  तो  वो  अपने  अन्दर  की  सारी  खामियों  से  पार  पा  लेगा . मुझे  नहीं  पता  कि  आदमी  passion के  साथ  पैदा  होता  है  या  वो  इसे  develop कर  सकता  है . पर   मैं  इतना  जानता  हूँ  कि आपको  इसकी  ज़रुरत  पड़ती  है .  यदि आप अपने काम से प्रेम करते हैं तो, तो आप हर रोज़ उसे best possible way में करना चाहेंगे ,और जल्द ही आपके साथ काम करने वाले भी किसी बुखार की तरह इसे आपसे catch कर लेंगे.

Rule 2: Profit को सभी काम करने   वालों  में  बाटिये  और  उन्हें  partner की  तरह  treat करिए :

बदले  में   employees भी  आपको as a  partner treat करेंगे  और  तब  आप  जितना  सोच  नहीं  सकते  उससे  भी  अच्छा  कर  पायेंगे . आप  चाहें   तो  company पर  अपना  control बनाये  रखिये  मगर  एक  सेवक  के  रूप  में  lead करिए . अपने  साथियों  को  company के  stocks खरीदने  के  लिए  encourage करिए  और  retirement के  समय  उन्हें  discounted stocks दीजिये .शायद  हमने  आज  तक  जो  कुछ  भी  किया  उनमे  से  ये  सबसे  महत्त्वपूर्ण  चीज  थी .
Rule 3: Motivate your partners. अपने  partners को  motivate कीजिये :
सिर्फ  पैसा  और  ownership काफी  नहीं  है .हर  रोज़  नए  innovative तरीकों  से  अपने  partners को motivate और  challenge कीजिये . बड़े  लक्ष्य  निर्धारित  करिए  , competition को  बढ़ावा  दीजिये  …अगर  माहौल  फीका  पड़  रहा  हो  तो  एक  manager की  जॉब  दूसरे  से  switch कीजिये  और  उन्हें  बेहतर  करने  के  लिए  उत्साहित  कीजिये . अपने  आपको  बहुत  predictable मत  बनाइये , लोगों  को  guess करने  दीजिये  की  आपकी  अगली  trick क्या  होगी .

Rule 4: अपने  partners को  हर  संभव  चीज  communicate कीजिये :

ऐसा  करने  से  वो  business को  बेहतर  समझ  पायेंगे  , और  जितना  अधिक  वो  समझेंगे  उतनी  ज्यादा  care करेंगे . और  जब  वो  care करने  लगेंगे  तब  उन्हें  कोई  रोक  नहीं  सकता . यदि  आप  अपने  associates से  बातें  छुपायेंगे  तो  वो  देर -सबेर  समझ  जायेंगे  कि  आप  उनको  partner नहीं  consider करते  हैं . सूचना  शक्ति  है  , अपने  asoocites को  empower करके  आपको  जो  फायदा  होता  है  वो  competitor को  बात  का  पता  चलने  से  होने  वाले  नुकसान  से  कहीं  अधिक  है .

Rule 5: Associates business के  लिए  जो  करते  हैं  उसकी  प्रशंशा  कीजिये :

Salary और  share देने  से  आपको  एक  तरह  की  loyalty मिलेगी . लेकिन  हर  कोई  अपने  काम  की  प्रशंशा  सुनना  चाहता  है . हम  अक्सर  अपनी  प्रशंशा सुनना  चाहते  हैं , और  खासतौर  पर  तब  जब  हम  अपने  किसी  काम  पर  proud feel कर  रहे  हों . सही  समय  पर  , सही  शब्दों  द्वारा  की  गयी  सच्ची  प्रशंशा  का  कोई  विकल्प  नहीं  है . ये  बिलकुल  फ्री  होते  हुए  भी  एक  खजाने  के  बराबर  होती  है .

Rule 6: Celebrate your success. अपनी  सफलता को  celebrate करिए :

यदि  आप  असफल  हों  तो  उसमे  कुछ  humour खोजिये . अपने  आप  को  बहुत  seriously मत  लीजिये . जब  आप  tension free होंगे  तो  आपके  साथ  के  लोग  भी  हल्का  महसूस  करेंगे .उत्साह  दिखाइए – हमेशा . जब  सब  fail  हो  जाए  तो  रंग  बिरंगे  कपडे  पहन   कर  कोई  silly गाना  गिये . और  फिर  सभी  को  अपने  साथ  गाने  को  कहिये . अपनी  कामयाबी  का  जश्न  मानाने  के  लिए  Wall Street पर  मत  नाचिये . ये  किया  जा  चुका  है . कुछ  नया  सोचिये , ये  सब  जितना  हम  सोचते  हैं  उससे  कहीं  अधिक  ज़रूरी  है  और  मस्ती  से  भरा  हुआ  भी , और  इससे  competitor भी  मूर्ख  बन  जाते  हैं .

Rule 7: अपनी  कंपनी  में  हर  किसी  को  सुनिए  और  ऐसा  उपाय  निकालिए  कि  वो  आपस  में  बात  करें :

जो  सामने  बैठते  हैं —वो  जो  customer  से  बात  करते  हैं —सिर्फ  वही  जानते  हैं  कि  वहां  क्या  चल  रहा  है . इसलिए  ये  जानने  की  कोशिश  कीजिये   कि  वो  क्या  जानते  हैं .Total Quality  बस  यही  है . अपनी  संस्था  में  नीचे  तक  responsibility push करने  के  लिए  और  नयी  ideas को  सामने  लेन  के  लिए  ज़रूरी  है  कि  आप  यह  जानने  की  कोशिश  करें  कि  आपके  associate क्या  कहना  चाहते  हैं .

Rule 8: अपने  customers को  उम्मीद  से  ज्यादा  दीजिये :

यदि  आप  ऐसा  करेंगे  तो  वो  बार – बार  वापस  आयेंगे . उन्हें  वो  दीजिये  जो  वो  चाहते  हैं —और  फिर उससे  थोडा  ज्यादा . उन्हें  पता  चलना  चाहिए  की  आप  उनको  appreciate करते  हैं . अपनी  सभी  गलतियों  को  स्वीकारिये  और excuse मत दीजिये  —माफ़ी  मांगिये .आप  जो  कुछ  भी  करते  हैं  उसके  पीछे  खड़े  रहिये . आज  तक  दो  सबसे  ज़रूरी  शब्द  जो  मैंने  पहले  Wal-Mart sign के  नीचे  लिखे  थे : “Satisfaction Guaranteed” . वो  आज  भी  ऐसे  ही  लिखे  हुए  हैं  और  उनकी  वजह  से  इतना  सब  कुछ  हो  पाया .

Rule 9: अपने  खर्चों  को  competition से  बेहतर  ढंग  से  control कीजिये :

यहीं   पर  आप  competitive advantage पा  सकते  हैं . लगातार  25 सालों  से  – Wal-Mart के  देश  के  सबसे  बड़े  retailer बनने  से  पहले — हम  इस  industry  में  lowest Expense to Sales ratio में  No.1 रहे  हैं , आप  बहुत  सारी  गलतियाँ  कर  के  भी  दुबारा  उबर  सकते  हैं  यदि  आपके  operations efficient हों . या  आप  बहुत  brilliant होते  हुए  भी  business से  बाहर  हो  सकते  हैं  अगर  आप  बहुत  inefficient हों .

Rule 10: धारा  के  विपरीत  तैरिये :

 दूसरी   तरफ  जाइये . Conventional Wisdom को छोड़िये . अगर  हर  कोई  काम  को  एक ही  तरह  से  कर  रहा  है  तो बहुत  ज्यादा  chance है  कि  आप  ठीक  उलटी  दिशा  में  जाकर  अपना  niche  पा  सकते  हैं .पर  इस  बात  के  लिए  तैयार  रहिये  कि  आपको  बहुत  सारे  लोग  ये  इशारा  करेंगे की  आप  गलत  दिशा  में  जा  रहे  हैं . मुझे  लगता  है  कि  मैंने  इन  तमाम  सालों  में  किसी  और  बात  से अधिक ये  सुना  है  कि : 50,000 से  कम  आबादी  वाला  town एक  discount store को  ज्यदा  समय  तक  support नहीं  कर  सकता
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Goal Setting: S.M.A.R.T होना चाहिए आपका लक्ष्य !


Make Smart Goals in Hindi
Make Smart Goals

Goal Setting: S.M.A.R.T होना  चाहिए  आपका  लक्ष्य !

दोस्तों यहाँ  मैं  आपके  सामने  कुछ  मिलते  जुलते  goals लिख  रहा  हूँ :
  • मुझे  अच्छे number लाने  हैं .
  • मुझे  Maths में  अच्छे  number लाने  हैं .
  • मुझे  annual exam में  Maths में  अच्छे  number लाने  हैं. 
  • मुझे  annual exam में  Maths में  कम  से  कम  80 number लाने  हैं. 
  • मुझे  annual exam में  Maths में 100 number लाने  हैं. 
इन  goals में  से  एक  ही  ऐसा  है  जिसे  SMART कहा  जा  सकता  है . क्या  आप  बता  सकते  हैं  वो  कौन  सा  है ?
सही  उत्तर  जानने  से पहले  आइये  जानते  हैं  की  SMART goal का  मतलब  क्या  होता  है :
SMART  का  मतलब  है :
S –Specific (स्पष्ट)
M -Measurable (जिसे मापा जा सके)
A-Achievable (पूर्ण करने योग्य)
R- Realistic ( वास्तविक)
T- Time-bound ( समय में बंधा हुआ)
एक  SMART goal में  ऊपर  बतायी  गयी  सभी  qualities होनी  चाहियें .
1)      Specific : आपका  लक्ष्य  बिलकुल  clear होना  चाहिए . उसे  सुनने  या  पढने  के  बाद  उसे  लेकर  कोई  संशय  नहीं  होना  चाहिए . अगर  कोई  कहता  है  कि  उसे  “अच्छे  number लाने  हैं ” तो  ये  बात  clear नहीं  होती  कि  वो  किस  subject या  exam की  बात  कर  रहा है  जिसमे  उसे  अच्छे  number लाने  हैं . और  अच्छे  से  क्या  मतलब  है ? किसी  के  लिए  100    में  80 अच्छा  हो  सकता  है  किसी  के  लिए  100   में  60 भी  अच्छा  हो  सकता  है .
इसी  तरह  कई  लोग  कहते  हैं  कि  मेरा  लक्ष्य  है  एक  सफल  आदमी  बनना . पर  जब  आप  उनसे  पूछेंगे  की  किस  क्षेत्र  में  तो  शायद  वो  कोई  satisfactory answer ना  दे  पाएं . यानि  वो  अपने  लक्ष्य  को  लेकर  clear नहीं  हैं , और  जब  goal clear ना  हो  तो  उसके  achieve होने  की  बात  ही  नहीं  उठती .
2)      Measurable : आपका goal ऐसा  होना  चाहिए  जिसे  किसी  पैमाने  पर  मापा  जा  सके . यानि  उस  goal के  साथ  कोई  संख्या  कोई  number जुड़ा  होना  चाहिए . For example, यदि  कोई  कहता  है  की  उसका  लक्ष्य  weight कम  करना  है  तो  सवाल  उठता  है  की  कितना  कम  करना  है . Goal के  साथ  जब  numbers जुड़  जाते  हैं  तो  आप  अपनी  progress को  measure कर  सकते  हैं . और  ये  जान  सकते  हैं  की  आपने  अपना लक्ष्य  सही  तरह से  achieve किया  की  नहीं . इसलिए  एक  अच्छा  goal हमेशा  measurable होता  है .
3)      Achievable: यदि  आप  कोई  ऐसा  goal बनाएँगे  जो  अन्दर  से  आपको  ऐसी  feeling दे  कि  भाई  ये  तो  impossible है  तो  ऐसे  goal का  कोई  अर्थ  नहीं  है . दोस्तों  हमारा  sub-conscious mind conscious mind से   कहीं   अधिक  powerful होता  है ,यदि  आप  conscious mind से  कोई  impossible goal बनायेंगे  और  subconscious उसे  support नहीं  करेगा  तो  आपके  goal पूरा  होने  के  chances नहीं  के  बराबर  होंगे . For example. आप  decide करते  हैं  कि  मुझे  Maths में  100 number लाने  हैं  और  आपका  past record बताता  है  कि  आप  मुश्किल  से  ही  इस  subject में  पास  होते  हैं  तो  तुरंत  ही  आपका  अवचेतन  मस्तिष्क  इसे  नकार  देगा  और  आप  ये  goal achieve नहीं  कर  पाएंगे . वहीँ   अगर  आप  75% marks लाने  की  सोचते  हैं  तो  आपके  सफल  होने  की  संभावना  कहीं  अधिक  होगी .
4)      Realistic: आपका  goal आपके  लिए  realistic होना  चाहिए . Achievable और  Realistic के  बीच  एक  thin line है . जो लक्ष्य  realistic है वो  achievable हो सकता है, पर जो achievable है वो realistic भी हो ऐसा ज़रूरी नहीं है. For एक्साम्प्ले, Exam में  top करना  एक  achievable goal है , पर  यदि  आपने  शुरू  से  पढ़ाई  नहीं  की  है  और  अब  बस  exam में  कुछ ही दिन बचे  हैं  तो  ये  unrealistic होगा  की  आप  top करेंगे .हमेशा  अपनी  capacity के  हिसाब  से  realistic goals बनाएं . ये  भी  ध्यान  रकेहें  की  कोई  काम किसी  और  के  लिए  realistic हो  सकता  है  पर  आपको  उसे  अपने  angle से  देखना  है  और  अपने  goals design करने  हैं .
5)       Time-Bound : Goals के  साथ  अगर  आप  समय  सीमा  नहीं  निर्धारित  करेंगे  तो  आपको  उसे  achieve करने  की  urgency नहीं  महसूस  होगी  और  आप  उसे  पूरा  करने  के  लिए  सही  प्रयत्न  नहीं  कर  पायेंगे . इसीलिए  goal decide करते  वक़्त  ये  निश्चय  करना  कि  इसे  कब  तक  achieve करना  है  बहुत  ही  आवश्यक  है . मैंने  कई  बार  लोगों  को  ये  कहते  सुना  है  कि  मुझे  business start करना  है , पर  ये  बहुत  कम  ही सुनने  में  आता  है  कि  मुझे  इस  साल  के  इस  महीने  से  business start करना  है . अतः  आप  जब  भी  अपना  goal बनाएं  तो  उसे  कब  तक  achieve करना  है  ये  ध्यान में  रखें  और  उसे  अपनी  सोच का  हिस्सा  बनाएं , ऐसा  करने  से  कहीं  ना  कहीं  Law of Attraction भी  आपको  goals achieve  करने  में  help करेगा .
तो  यदि  हम  अपने  शुरआती  प्रश्न  पर  लौटें  तो  हम  पायेंगे  की  अधिकतर  cases में  “मुझे  Annual exam में  Maths में  कम  से  कम  80 number लाने  हैं ”  एक  SMART goal होगा . अगर   “मुझे  Annual exam में  Maths में 100 number लाने  हैं ”  लक्ष्य  की  बात  करें  तो  ये  ज्यादातर   लोगों के  लिए  या  तो  achievable नहीं  होगा  या  realistic नहीं  होगा , पर  कुछ  लोगों  के  लिए  जो  Maths में  exceptionally good हैं  उनके  लिए  ये  एक  SMART goal हो  सकता  है . पर  ऐसी  प्रजाति  बहुत  कम  ही  पायी  जाती  है. :)
SMART goal बना  लेना  मतलब  आधी जंग जीतना है , और  ना  बना  पाना हारना . बाकी  आधी  जीत  के  लिए  आपको  ये  plan करना  होगा  की  आप  कैसे  इस  goal को  achieve करेंगे  …इस  बारे में  फिर  कभी  बात  होगी …Thanks. :)

कैसे रखता हूँ मैं खुद को Positive ?



How do i remain positive
Be Positive

 कैसे रखता हूँ मैं खुद को Positive ?

दोस्तों आज मैं आपके साथ एक बड़ी ही interesting और important बात share कर रहा हूँ. एक ऐसी छोटी सी  बात जिसने मेरे thought process को improve करने और positive बनाने में बहुत मदद की है.
मुझे पूरी उम्मीद है कि ये आपके लिए भी उतना ही लाभदायक होगा.  ऐसा मैं इसलिए भी कह पा रहा हूँ कि क्योंकि इसे समझना  बहुत ही simple है. और इसे practically apply करना भी आसान है.
बात जनवरी 2010 की है मैं तब गोरखपुर में था. चूँकि मुझे नयी-नयी books पढने का शौक है , मैं एक दूकान में ऐसी ही कोई book खोज रहा था, तभी David J. Schwartz की लिखी हुई किताब ,” The Magic of Thinking Big”  मुझे नज़र आई.  दो -चार पन्ने पलटने के बाद मैं समझ गया कि इसमें दम है और मैंने वो book खरीद ली.
वैसे तो इसमें मैंने कई लाभप्रद बातें पढ़ीं पर एक बात मेरे दिमाग में  घर कर गयी और आज मैं उसी के बारे में बता रहा हूँ.
हमारा दिमाग विचारों  का निर्माण  करने वाली  एक फैक्ट्री  है . इसमें हर  वक़्त  कोई ना  कोई thought  बनती  रहती  है. और इस  काम  को कराने  के लिए  हमारे  पास   दो  बड़े  ही आज्ञाकारी  सेवक  हैं और साथ ही ये अपने काम  में  माहिर  भी हैं . आप  कभी  भी इनकी  परीक्षा  ले  लीजिये  ये उसमे  सफल  ही होंगे . आइये  इनका  परिचय  कराता  हूँ-
पहले  सेवक  का  नाम  है-  Mr. Triumph  या  मिस्टर विजय
दुसरे  सेवक  का  नाम  है- Mr. Defeat या  मिस्टर  पराजय
Mr . विजय  का काम  है आपके आदेशानुसार  positive thoughts का निर्माण करना. और Mr. पराजय  का काम  है आपके आदेशानुसार  negative thoughts का निर्माण करना. और ये सेवक इतने निपुण हैं कि ये आपके इशारे के तुरंत समझ जाते हैं और बिना वक़्त गवाएं अपना काम शुरू कर देते हैं.
Mr. विजय इस बात को बताने में  में specialize करते हैं कि आप चीजों को क्यों कर सकते हैं?, आप क्यों सफल हो सकते हैं?
Mr. पराजय इस बात को बताने में specialize करते हैं कि आप चीजों  को क्यों नहीं कर सकते हैं?,आप  क्यों असफल हो सकते हैं?
जब  आप   सोचते  हैं  कि मेरी life क्यों अच्छी है तो तुरंत  Mr. विजय  इस  बात को सही  साबित  करने के लिए आपके दिमाग   में  positive thouhts produce करने लगते  है, जो आपके अब तक के जीवन के अनुभवों से निकल कर आती है . जैसे  कि-
  • मेरे पास  इतना  अच्छा  परिवार  है.
  • मुझे चाहने  वाले  कितने  सारे  अच्छे  लोग  हैं .
  • मैं well settled हूँ, financially इतना  सक्षम  हूँ कि खुश  रह  सकूँ .
  • मैं जो करना चाहता  हूँ वो कर पा रहा हूँ.
  •  etc.
इसके  विपरीत  जब  आप सोचते  हैं  कि मेरी life क्यों अच्छी नहीं  है  ,तो तुरंत  Mr. पराजय   इस  बात को सही  साबित   करने के लिए आपके दिमाग में  negative thoughts produce करने लगते  है. जैसे  कि-
  •  मैं अपनी  life में अभी  तक  कुछ  खास  नहीं  achieve कर पाया
  • मेरी नौकरी  मेरी काबलियत  के मुताबिक़  नहीं  है
  • मेरे साथ हमेशा  बुरा  ही होता  है.
  • etc.
ये दोनों  सेवक  जी जान   से  आपकी  बात का समर्थन  करते  हैं . अब  ये आपके ऊपर  depend करता  है कि आप  इसमें से  किसकी services  लेना  चाहते  हैं . इतना याद रखिये कि इनमे से आप जिसको ज्यादा काम देंगे वो उतना ही मजबूत होता जायेगा और एक दिन वो इस फैक्ट्री पर अपना कब्ज़ा कर लेगा, और धीरे-धीरे दुसरे सेवक को बिलकुल निकम्मा कर देगा.अब आप को decide करना है कि आप किसका कब्ज़ा चाहते हैं- मिस्टर विजय का या मिस्टर पराजय का?
यदि  life को improve करना है तो जितना  अधिक  हो  सके  thoughts produce करने का काम  Mr. विजय  को ही दीजिये . यानि  positive self talk कीजिये . नहीं तो अपने आप ही Mr. पराजय अपना अधिकार जमा लेंगे.
मैंने कई बार is simple but effective technique का use किया  है. मैं अपने thoughts पर हमेशा  नज़र रखता  हूँ और जैसे  ही negative thoughts का production बढ़ने  लगता  है मैं तुरंत  Mr. विजय  को काम  पर लगा  देता  हूँ, यानि  मैं  कुछ  ऐसे  statements खुद  से  बोलता  हूँ जो  positive thoughts की chain बना  देते  हैं  और मैं वापस  track पर आ जाता  हूँ.
For example: जब  मुझे लगता है कि मेरी personal relationships में तनाव आ रहा है तो मैं खुद से कहता हूँ कि भगवान ने  मुझे कितना प्यार करने वाले लोग दिए हैं. और बस आगे का काम मिस्टर विजय कर देते हैं. वो personal relationships से related मेरे सुखद अनुभव को मेरे सामने गिनाने लगते हैं और कुछ ही देर में मेरा mood बिलकुल सही हो जाता है. और जब mood सही हो जाता है तो वो मेरे actions में भी reflect करने लगता है.फिर तो सामने वाला भी ज्यादा देर तक नाराज़ नहीं रह पाता और जल्द ही सारी खटास निकल जाती है और फिर सब अच्छा लगने लगता है.
Thoughts को positive रखने का ये एक बहुत ही practical तरीका है. बस आपको जब भी लगे कि आपके ऊपर negativity हावी हो रही है तो तुरंत उस विचार के विपरीत विचार मन में लाइए. जैसे कि यदि आपके मन में विचार आता है कि आप काबिल नहीं हैं तो तुरन्त इसका उल्टा प्रश्न Mr. विजय से कीजिये कि ,” Mr. Vijay बताइए मैं काबिल क्यों हूँ?” और आप पायेंगे कि आपका ये सेवक आपके सामने उन अनुभवों को रखेगा जिसमे आपने कुछ अच्छा किया हो, for example, आपने कभी कोई prize जीता हो, किसी की मदद की हो, कोई ऐसी कला जिसमे आप औरों से बेहतर हों,etc.
बस इस बात का ध्यान रखियेगा कि आप स्वयं से जो प्रश्न कर रहे हैं वो सकारात्मक हो नकारात्मक नहीं.
आप भी इसे try कर  के देखिये. अपने thoughts पर नज़र रखिये , और जब आपको लगे कि मिस्टर पराजय कुछ ज्यादा ही सक्रीय हो रहे हैं तो जल्दी से कुछ positive self talk कीजिये और मिस्टर विजय को काम पर लगा दीजिये.
Thanks . I hope it works for you. :)
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